" किसी का होना सत्य है...किसी का न होना सत्य है... होना और न होना ....एक ही सिक्के के दो पहलू हैं..."
'अटल बिहारी वाजपेयी जी' की ये कविता डी.वी.डी पर सुन रही थी कि तभी मन nostalgic होने लगा और
मैंने उसे बंद कर दिया । टाइमपास करने के लिए हमेशा की तरह facebook का सहारा लेना पड़ा और तभी
ध्यान एक फ्रेंड के message पर गया । दोस्त ने भी यही लिखा था कि कैसे सब 12th के बाद एक दुसरे को इग्नोर कर रहे हैं। सच कहूं बहुत ख़राब लगा यह मेसेज पढ़के लेकिन किया भी क्या जा सकता था सो मैंन भी कुछ inspiring टाइप का लिख डाला। दोस्त तो खुश हो गया लेकिन मेरा पहले से ही उदास मन और उदास
हो गया ।
मिलना और बिछड़ना तो ज़िन्दगी भर लगा रहता है चाहे वो थोड़े दिनों के लिए हो या हमेशा के लिए, लेकिन यादें हमेशा के लिए ही रह जाती हैं ।और इनके सहारे ज़िन्दगी भी थोड़ी खुशनसीब हो जाती है । लोग हमारे अस्तित्व का अहम हिस्सा हैं और जितना मेरे लिए उनका "होना" महत्व रखता है शायद आपक लिए भी "उनका होना" महत्व रखता होगा ।
मिलना और बिछड़ना तो ज़िन्दगी भर लगा रहता है चाहे वो थोड़े दिनों के लिए हो या हमेशा के लिए, लेकिन यादें हमेशा के लिए ही रह जाती हैं ।और इनके सहारे ज़िन्दगी भी थोड़ी खुशनसीब हो जाती है । लोग हमारे अस्तित्व का अहम हिस्सा हैं और जितना मेरे लिए उनका "होना" महत्व रखता है शायद आपक लिए भी "उनका होना" महत्व रखता होगा ।
क्या हुआ अगर किसी के पास हमारे लिए वक़्त नहीं है .....हम ही उन्हें याद कर लिया करेंगे ....
क्या हुआ अगर दोस्त ने मैं का जवाब न दिया तो ......एक बार उन्हें फिर से मेल कर के हाल चाल पूछ लेंगे ....
क्या हुआ अगर कोई ख़ास हमसे बिल्कुल अलग हो गया ....हम तो फिर भी उसकी ख़ुशी की ही कामना करेंगे...
क्यों ऐसा ही करेंगे , है की नहीं ? अरे! नहीं क्यों हम तो ऐसा ही करते है "मन ही मन याद " ।
और अगर कोई हमसे दूर चला गया हो बहुत दूर .....तब भी हम तो ख़ुशी की ही कामना करेंगे, और दिल के उस ख़ास कोने से कभी-कभी याद कर लिया करेंगे ।
मैं तो अपने तहे दिल से हर उस दोस्त,रिश्तेदार और राज़दार से बस ये कहना चाहती हूँ कि "शुक्रिया की आप मेरे ज़िन्दगी में आये , क्यूंकि शायद आपके न होने से मेरे ज़िन्दगी भी इतनी अच्छी न होती"।
जो चले गए वो हमेशा यादों और फरियादों में रहेंगे , और जो हैं उनसे बस यही गुज़ारिश है कि काश! आपका साथ हमेशा ऐसे ही बना रहे।
और ये लाइन ख़ासकर मेरे दोस्त के लिए....... तुम्हारा बहुत-बहुत शुक्रिया क्यूंकि अगर तुम नही होते तो शायद आज ये शब्द यहाँ न होते।मुझे कभी पता न चलता की "वाजपयी" जी की कविता सिर्फ कविता ही नहीं बल्कि जीवन की इतनी बड़ी सच्चाई है ।
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:) I am glad...kisi k liye kuch toh acha kar paye... :)
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